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    फिरोजाबाद: मंडलायुक ने निर्वाचक नामावलियों के संबंध में की समीक्षा बैठक।

     मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी जी ने रोल प्रेक्षक के रूप में जनपद फिरोजाबाद निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावलियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की तैयारी के सम्बंध में की समीक्षा बैठक।


    ब्यूरो रिपोर्ट लक्ष्यासीमा न्यूज़।

    फिरोजाबाद: माननीय रोल प्रेक्षक/मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी जी ने विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावलियो का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की तैयारी के सम्बंध में जनपद फिरोजाबाद की द्वितीय समीक्षा बैठक ली। मंडलायुक्त ने समस्त पांचों विधानसभा क्षेत्र के फॉर्म 6 एवं 7 के सर्वाधिक इंक्लूजन/ एक्सक्लूजन वाले क्षेत्रों की सूची का अवलोकन किया। नए फॉर्म , पीडब्ल्यूडी वोटर, यंग/युवा वोटर, सीनियर सिटीजन वोटर, फॉर्म 6, 7 एवं 8 का चेकिंग, बीएलओ द्वारा डोर टू डोर सर्वे एवं रेक्टिफिकेटिन, मार्केड इलेक्टर्स आदि की समीक्षा बैठक की। समस्त विधानसभाओं में कुल मतदाताओं के सापेक्ष महत्वपूर्ण व्यक्तियों और चिन्हित मतदाताओं की बहुत कम थी। इस सूची पर गंभीरता से काम करने और इनकी संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि कोई भी वोटर छूटना नहीं चाहिए।


    बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने और सुधार कराने से संबंधित अब तक फॉर्म 6 में 43379 आवेदन आये हैं जिसमें 42968 स्वीकृत हो चुके हैं। फॉर्म 7 में 20777 प्राप्त हुए हैं जिसमें 19636 स्वीकृत हो चुके हैं। फॉर्म 8 में कुल 8894 आवेदन आये हैं, जिसमें 8744 स्वीकृत हो चुके हैं।


    फॉर्म 6 के निरस्तीकरण को लेकर मंडलायुक्त ने सभी विधानसभा की नामावलियों की फ़ाइल का निरीक्षण किया। इस दौरान देखने में आया कि जिन फॉर्म को अस्वीकृत किया गया उसमें संबंधित बीएलओ द्वारा स्पष्ट आख्या नहीं लगाई गयी। जिस पर मंडलायुक्त ने फॉर्म की सही से जांच न करने पर उपजिलाधिकारियों पर नाराजगी जताई।


    मंडलायुक्त महोदया ने बैठक में निर्देश दिए कि निर्वाचक नामावलियों के फॉर्म की सभी फॉरमैलिटी पूरी करें। 45 साल से उम्र के ऊपर जितने भी फॉर्म 6 आए हैं उन सभी फॉर्म्स की अलग से लिस्ट बनाकर ईआरओ अपने स्तर से जांच करेंगे। सभी ईआरओ अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा विशेष मतदाता की संख्या बढ़ाएं। बिना ठोस कारण के किसी के भी फॉर्म निरस्त न किये जायें, साथ ही जितने फॉर्म है निरस्त हो चुके हैं, ईआरओ उन सभी फॉर्म की पुनः जांच करें। उसी के बाद ही प्रमाण पत्र दें। सभी ईआरओ को अपनी-अपनी विधानसभा में आवेदित सभी फॉर्म का निर्धारित प्रतिशत रेंडमली जांच करने हेतु निर्देशित किया।

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